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3 April 2022

 वैदिक नववर्ष और आर्य समाज स्थापना दिवस की भव्य शोभायात्रा सम्पन्न 



कोलकता- सागर पाण्डेय वैदिक नववर्ष और आर्य समाज स्थापना दिवस भव्य आयोजन आर्य प्रतिनिधि सभा बंगाल और प्रान्त की सभी समाजों के तत्वाधान में महर्षि दयानन्द भवन 42,शंकर घोष लेन में नव सम्वत्सरेष्टि यज्ञ के साथ प्रारम्‍भ हुआ जिसके पुरोहित आचार्य राहुलदेव रहे । १०:४५ से एक भव्य और और मनोहारी शोभायात्रा का आयोजन किया गया जिसमें समाज के सभी वर्गों और बंगाल प्रान्त के सभी आर्य समाजों ने गुरुकुल की छात्र -छात्राओं ने तथा दूसरे समाज के लोगों ने जो हमारी सनातन परम्परा और हिन्दू धर्म में आस्था रखते हैं ,सभी ने मिल जुल कर इसमें भाग लिया । इस शोभायात्रा में विशेष आकर्षण का केन्द्रबिन्दु रहा षोडश संस्कारों की झांकी , पञ्च महायज्ञों की झांकी,  सस्वर वेद पाठ करती कन्याएं, योग का प्रदर्शन करते गुरुकुल के ब्रह्मचारी गण । यह शोभायात्रा उत्तर कोलकाता के कई मार्गों से होते हुए महर्षि दयानन्द भवन पर आकर सम्पन्न हुई। इस यात्रा के दौरान सामाज की अलग अलग संस्थाओं ने अपने तरीके से शोभायत्रा का स्वागत किया ।जिसमें मुख्य रुप से श्री शिवकुमार जायसवाल ने विधान सरणी ने रोड पर पुष्प वर्षा के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया,  हरियाणा भवन, मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी,  रामशरद कोठारी समिति  आदि संस्थाओं ने फल,पेय जल और विभिन्न  खाद्य सामिग्री के साथ शोभा यात्रा में पधारे सभी वैदिक धर्मी भाई बहनों का भव्य रूप में स्वागत किया,  इस शोभायात्रा में आर्य प्रतिनिधि सभा बंगाल की कोलकाता, हावड़ा, हुगली, बर्धमान,पुरुलिया, बांकूड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, नदिया , मालदा ,उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर आदि जिलों के प्रतिनिधियों एवं गार्गी कन्या गुरुकुल मालीग्राम, कन्या गुरुकुल लालुआ गेडिया , कन्या गुरुकुल आबादा, गुरुकुल खडगपुर, वेद प्रचार ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति,सस्ता खादी भंडार ,युग निर्माण योजना ,प्रान्तीय जायसवाल समाज(महिला कमिटी) आदि विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता व सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। 

शोभायात्रा का उद्घाटन आर्य प्रतिनिधि सभा बंगाल के अध्यक्ष दीनदयाल गुप्ता जी, मन्त्री -उदय सरकार , सञ्योजक आचार्य योगेश शास्त्री  एवं उपमन्त्री आनन्ददेव आर्य ने किया। गुप्ता जी ने  सभी को नव वर्ष की बधाई दी और कहा सभी को मिल कर सामान रूप से काम करना होगा तभी हम विश्व का कल्याण कर सकते हैं।कार्यक्रम के सञ्योजक वैदिक प्रचारक आचार्य योगेश शास्त्री ने बताया आज कि 148 वर्ष पूर्व आज ही के दिन महर्षि दयानन्द सरस्वती ने समाज के कल्याण और राष्ट्रोत्थान हेतु आर्य समाज की स्थापना की थी, आज समाज वैदिक परम्पराओं से दूर हो अपनी परम्पराओं को भूलते जा रहे हैं ।पश्चिम की हवा में हम अपनी विरासत और जड़ों को भूल रहे हैं ।जो समाज अपनी  मूल को भूल जाता है वह प्रगतिशील नहीं हो सकता । इसलिए आज यह भव्य शोभायात्रा वैदिक सन्देश देने के लिए आयोजित की गई। उन्होंने उपस्थित सभी सहयोगी संगठनों का विशेष रूप से प्रशासन का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया ।और कहा कि  आने वाला वैदिक नव वर्ष सभी मे नई ऊर्जा लाए प्रभु से यही प्रार्थना है ।




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