सोनभद्र (आलोक पति तिवारी) - सूबे की सरकार भले ही स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में लगी हुई है,लेकिन सोनभद्र की स्वास्थ्य व्यवस्था पर अब सवाल भी उठना शुरू हो गया है।जनपद में अनेक ऐसे भी अस्पताल और क्लिनिक का संचालन किया जा रहा जो गरीब आदिवासियों को लूटने का भी काम धड़ल्ले कर रहे है।इनके ऊपर स्वास्थ्य विभाग की तब तक कृपा बरसती है जब तक कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हो जाती। घटना घटित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यवाही तो किया जाता है लेकिन फिर इन्हें फिर से अस्पताल संचालन की खुली छूट दे दिया जाता है।
चिकित्सा के दौरान बालक की हुई मौत
सोनभद्र जनपद के कौन थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में दिनांक 6 अगस्त को चिकित्सा के दौरान एक बालक के मौत हो जाने का मामला सामने आने के परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद जिलाधिकारी सोनभद्र द्वारा तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच का आदेश दिया गया।
जनपद में स्वास्थ्य विभाग के नोडल पूरे दिन बने रहे चर्चा का विषय
सोनभद्र जनपद में गुरुवार को हर चौराहों पर एक ही चर्चा होती देखने को मिली लोगों का कहना रहा कि जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे अवैध अस्पतालों पर कार्यवाही करने को लेकर नोडल की नियुक्ति की जाती है तो फिर इनके द्वारा ऐसे अस्पतालों पर आखिर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती।