बक्सर, जिला मुख्यालय से समीप माँ गंगा के तट पर स्थित अहिरौली का अहिल्या मंदिर स्थित है। इस पावन तीर्थ में सैकड़ो साल पुरानी देवी अहिल्या की मूर्ति स्थापित है। यह स्थल अहिल्या धाम के नाम से भी विख्यात है। इस प्राचीन धाम को अहिरौली के लोग ही अपनी प्राचीन धरोहर को विस्तार करने में जुट गए है । धाम को राष्ट्रीय एवं धार्मिक मान्यता के आधार पर स्थान दिलाने को लेकर वर्षो से संकल्पित श्रीश्री 1008 अहरौली पीठाधीश्वर आचार्य श्रीकृष्णनन्दजी पौराणीक (शास्त्री) लोगों को जोड़ने का प्रयास करते आ रहे है। इस कड़ी में 17 जुलाई 2022 यानी गुरुवार को एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मंदिर समीति के लोगो ने स्थानिय पत्रकारों से प्रेसवार्ता के दौरान मंदिर के विस्तार और पावन स्थल की पौराणिकता की मान्यता को लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने की बात कही । गौरतलब है कि देवी अहिल्या के दर्शन-पूजन के लिए बिहार के अलावा दूसरे प्रदेशों के लोग भी आते रहते हैं। अगहन मास में आयोजित होने वाली पंचकोशी परिक्रमा के प्रथम दिन साधु-संतों व दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ता है। पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण अहिल्या मंदिर को भव्य व आकर्षक बनाने का कार्य चल रहा है। मंदिर निर्माण समिति के मधुसूदन चौबे व अजीत चौबे ने बताया कि मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। इसके लिए मंदिर को दो मंजिला बनाया जा रहा है। देवी अहिल्या की प्रतिमा दूसरी मंजिल पर स्थापित की जाएंगी,