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दिल्ली - एनसीआर, फरीदाबाद - 15 जुलाई 2024 - ब्रिक-टीएचएसटीआई (बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च एंड इनोवेशन काउंसिल-ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, भारत सरकार) ने आज अपना 15वां स्थापना दिवस मनाया है । इस अवसर पर माननीय डॉ. जितेंद्र सिंह जी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने यहाँ अत्याधुनिक विशिष्ट रोगज़नक़ मुक्त प्रायोगिक पशु सुविधा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ. राजेश एस. गोखले, महानिदेशक, ब्रिक एवं सचिव-जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, प्रो. जी. कार्तिकेयन, कार्यकारी निदेशक, ब्रिक-टीएचएसटीआई, श्री एम. वी. सैंटो, प्रशाशन-प्रधान, ब्रिक-टीएचएसटीआई, डॉ. अमित अवस्थी, वरिष्ठ प्रोफेसर, ब्रिक-टीएचएसटीआई, डॉ. अमित कुमार पाण्डेय, एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रभारी, प्रायोगिक पशु सुविधा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
ब्रिक-टीएचएसटीआई अनुसंधान को स्वास्थ्य देखभाल नवाचारों में अनुवाद करने के लिए समर्पित एक अग्रणी संस्थान, स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में पंद्रह वर्षों के अभूतपूर्व योगदान का जश्न मनाया है । गत वर्षों में, संस्थान ने वैज्ञानिक अनुसंधान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे देश में स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में वृद्धि हुई है। प्रायोगिक पशु सुविधा के प्रभारी डॉ. अमित कुमार पाण्डेय ने कहा कि प्रायोगिक पशु सुविधा का उद्घाटन जैव चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। अत्याधुनिक तकनीकों से सज्ज पशु कल्याण के उच्चतम मानकों का पालन करते हुए यह सुविधा नवीन उपचारों और टीकों को विकसित करने के उद्देश्य से पूर्व-नैदानिक अध्ययन आयोजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करेगी। ब्रिक-टीएचएसटीआई के वैज्ञानिक और पशु चिकित्सक डॉ. भीष्म नारायण पंडा ने बताया कि भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के उदार अनुदान एवं सहयोग से निर्मित यह सुविधा देश कि सबसे बड़ी लघु पशु सुविधाओं में से एक है जिसमें 60,000 से 70,000 बायोमेडिकल अनुसंधान संबंधित पशुओं को रखने की क्षमता है। इनमें प्रतिरक्षाविहीन चूहे, खरगोश, हैम्स्टर, गिनी पिग जैसी विब्भिन प्रजातियों के लिए प्रावधान शामिल हैं। यह पूर्व-नैदानिक अध्ययनों के लिए एक उन्नत पशु मॉडल मंच की पेशकश करके बुनियादी और अनुवादात्मक अनुसंधान दोनों को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देने के लिए तैयार है। यह सुविधा अत्याधुनिक अनुसंधान की जरूरतों को पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक डिजाइन की गई है। इसमें निम्न प्रयोगशालाएँ एवं सुविधाएँ उपस्थित हैं :
एक अत्याधुनिक माउस जर्म प्लाज़्म क्रायोप्रिजर्वेशन प्रयोगशाला
एक समर्पित ट्रांसजेनिक चूहों की प्रयोगशाला
एक अच्छी तरह से सुसज्जित हिस्टोलॉजिकल और क्लिनिकल पैथोलॉजी प्रयोगशाला
प्रायोगिक पशु सुविधा निम्नलिखित के लिए समर्पित सुइट्स के साथ विविध अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करती है:
प्रतिरक्षाविहीन चूहों के उपभेदों का आवास
छोटे जानवरों की नाजुक शल्य चिकित्सा (सर्जरी)
सुविधा को उच्च-स्तरीय उपकरणों द्वारा और सशक्त बनाया गया है, जिनमें शामिल हैं:
लाइव संपूर्ण पशु इमेजिंग सिस्टम
व्यापक लैब एनिमल मेटाबोलिक सिस्टम (सीएलएएमएस)
माइक्रो सीटी स्कैनर
स्वचालित रैक वॉशर
इस सुविधा का उद्देश्य एक नोडल संसाधन की क्षमता में कार्य करना है जो शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों और उद्योग के बीच राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा। इसका उद्देश्य न केवल अनुसंधान में तेजी लाना है बल्कि प्रयोगशाला पशु विज्ञान के क्षेत्र में प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करके एक कुशल कार्यबल का पोषण भी करना है। इसके अलावा, यह सुविधा प्रस्तावित ब्रिक इनोवेशन पार्क की जरूरतों को भी पूरा करेगी जो क्लस्टर में बनने जा रहा है।
ब्रिक-टीएचएसटीआई की प्रतिबद्धता
इस सुविधा का उद्घाटन एक जीवंत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक-टीएचएसटीआई की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है जो स्वास्थ्य देखभाल और जीवन विज्ञान में प्रगति को बढ़ावा देता है।