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16 January 2023

गंगासागर में प्रथम बार सम्पन्न हुआ ऐतिहासिक 108 कुण्डीय वैदिक महायज्ञ

 गंगासागर में प्रथम बार सम्पन्न हुआ

ऐतिहासिक 108 कुण्डीय वैदिक महायज्ञ ।




गंगासागर पुण्य क्षेत्र में लाखों लाख तीर्थयात्रियों के गंगासागर में अस्थायी रूप से निवास व स्नान से उत्पन्न प्रदूषण से निजात पाने के लिए सागर किनारे प्रथम वार ऐतिहासिक 108 कण्डीय वैदिक महायज्ञ का आयोजन किया गया। आर्य समाज के वैदिक विद्वान आचार्य योगेश शास्त्री के सानिध्य में आयोजित इस यज्ञ में साधु सन्तो व कई विशिष्ट लोगों के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों ने भी भाग लिया। प्रान्तीय आर्य वीरदल बंगाल के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 5 वर्षीय बालक पवन कुमार आर्य को वेद मन्त्रों का पाठ करते देखा गया। सागर किनारे यज्ञ करने की आवश्यकताओं पर आचार्य योगेश शास्त्री ने कहा कि पर्यावरण की शुद्धि व रोग निवारण के लिए यज्ञ किया जा रहा है। लाखो-लाख तीर्थ यात्री इस द्वीप पर पुण्य स्नान के लिए आए हैं जिससे आसपास के अशुद्ध परिवेश के शुद्धि के लिए इस यज्ञ को किया जा रहा है। वैदिक चेतना केन्द्र के अध्यक्ष आचार्य योगेश शास्त्री ने बताया कि शिविर के माध्यम से आयोजित यह कार्यक्रम 16 जनवरी तक चलेगा। उन्होंने शिविर के बारे में बताया कि यहां ठहरने के अलावा भोजन की भी व्यवस्था है। यहां शिविर 1985 से लग रहा है। उन्होंने बताया कि वेदों में निर्देशित विशिष्ट 180 प्रकार की जड़ी-बूटियां के माध्यम से यह यज्ञ सञ्चालित किया जा रहा है । इस हवन में महिलाओं द्वारा विशेष सहयोग किया जा रहा है। इस यज्ञ में बिना भेदभाव सभी जाति वर्ग व समुदाय के लोग विशेष रूप से आहुतियां प्रदान कर रहे हैं। इस कार्य में वेदालोक समाज ट्रस्ट की भूमिका सराहनीय है। अन्न दान में मण्टू कुमार दास का विशेष योगदान रहता है। स्वामी उद्बीथानन्द जी महाराज द्वारा प्रवचन किया जा रहा है। वैदिक गुरुकुलम् बिड़ा व दयानन्द वैदिक गुरुकुलम काशीपुर के छोटे-छोटे ब्रह्मचारी वेद की पवित्र ऋचाओं का पाठ कर रहे हैं। इस आयोजन को सफल बनाने में आचार्य ब्रह्म दत्त, पं. विभाष सिद्धान्त शास्त्री, स्वामी विजय देव नैष्ठिक, अपूर्व देवशर्मा , बुद्धदेव आर्य , शुभंकर आर्य स्वामी ऋतानन्द जी का विशेष सहयोग है।

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