हर एक व्यक्ति के जीवन की कहानी बहुत ही अनोखी और रोचक होती हैं। एक इंसान अपनी इज़्ज़त समाज में बनाने के लिए पूरी जिंदगी मेहनत करता है। एक इंसान की कहानी शुरुआत होती है उसके जन्म से.. आज मैं जिस इंसान के बारे में बता रहा हूँ वो मेरे आदरणीय पिता जी हैं। जिन्हें हम लोग कक्का कह के भी सम्बोधित करते हैं।जिनका नाम श्री अनिरुद्ध प्रसाद तिवारी है। आज मेरे पिता जी का उनके ऑफिस में आखिरी दिन था सालों काम करने के बाद मेरे पिताजी आज रिटायर हो गए। यह क्षण हम लोगों के लिए बहुत ही हर्ष का है। मैं अगर उनकी कहानी बताऊं तो शायद मेरे पास शब्द नहीं बचेंगे। आप श्री की तो कई बात जीवन में हम लोगों के लिए प्रेरणादायक है। खासकर किसी भी विषम परिस्थितियों में भी अपने धर्य को ना खोना और अपने सम्मान के खिलाफ़ ना डिगना,उसके पीछे चाहे कितना भी नुकसान हो परवाह किए बिना,अपने इरादों पर डटे रहना। आपने कभी भी अपना या अपने पन को लेकर मुखर नहीं हुए हर काम को जिम्मेदारी से करते हुए ईश्वर पर अटूट आस्था रखते हुए करते रहे। जिसके फल स्वरूप इस जिम्मेदारी से स-सम्मान सेवानिवृत्त हो गए। आदरणीय पिता जी माताजी से हम दो भाई और दो बहन हैं । हम भाई बहनो को पढ़ाना लिखाना शादी विवाह कर आप इन जिम्मेदारी से तो पहले ही निवृत्त हो चुके हैं। वही उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग द्वारा मिली जिम्मेदारी से आप आज रिटायर हुए। असल जिंदगी में आप सदैव आशावादी रहे हैं ।
हम लोग आपके ही बच्चे हैं (खासकर मैं) किसी बात को लेकर बात - बात में घबरा जाना और आपका निश्चित रहना, और आपकी उम्मीदों के अनुसार परिणाम आना आपकी सूझ बुझ हर वक़्त परिचायक रहा। आपने परिवहन विभाग मे अपने कैरियर की शुरुआत रायबरेली डिपो से शुरू की जहां आपको बाबा के उप नाम से लोग सम्बोधित किए इसके बाद झाँसी डिपो से आप आज रिटायर हो गए। आप अपने कार्यक्षेत्र में भी अपने सम्मान को सदैव प्राथमिकता दी, इस बीच तमाम विसंगतियां आई पर आप चट्टान की तरह खड़े रहे हार नहीं मानी,जिसके परिणाम स्वरूप विजय मिली। आज हम लोग बहुत खुश हैं।
क्योंकि अवसर ही एसा है।अम्मा, भैया - भाभी, तनु, आपके पास है,बड़ी दी, छोटी दी, शुभी, कान्हा,निधि,श्याम,मैं, पिंकी अंश,पी हु घर पर नहीं है। हम लोग इस क्षण को बहुत मिस कर रहे हैं। आपको माताजी,भैया भाभीजी को हम सभी का सादर प्रणाम पहुंचे। आपको एक बार फिर बहुत-बहुत शुभकामनाएं बहुत-बहुत बधाई । ऐेसे ही स्वस्थ रहे हम लोगों का मार्गदर्शन करते रहें। आपका छोटा बेटा आशीष...