दुल्हन के परिवार के लोग और दोस्त मिलकर उसको एक पेड़ से बांध देते हैं। फिर उसके ऊपर गंदी चीजें फेंकते हैं। इसके पीछे यह मान्यता है कि ऐसा करने से दुल्हन जीवन की कठिनाइयों से निपटने के लिए तैयार होती है। माना जाता है कि अगर उसने यह बर्दाश्त कर लिया तो कुछ भी बर्दाश्त कर लेगी।
स्वाहिली संस्कृति में सुहागरात वाले दिन दुल्हन के साथ गांव की कोई बुजुर्ग महिला या फिर उसकी मां बेडरूम तक जाती है। बुजुर्ग महिला या मां इसलिए साथ जाती हैं ताकि दुल्हन को अगर पता नहीं हुआ कि क्या करना है तो उसकी मदद करें।
अगर दूल्हा या दुल्हन को बाथरूम जाने की जरूरत पड़ती है तो जो रूम में रह जाता है उसको वहां मौजूद लोग किस करते हैं। जैसे अगर दूल्हा बाथरूम जाता है तो वहां मौजूद पुरुष दुल्हन को किस करते हैं और अगर दुल्हन जाती है तो महिलाएं दूल्हा को किस करती हैं।
बोर्नियो के तिदोंग समुदाय में यह रस्म है कि दूल्हा-दुल्हन को तीन दिनों तक शादी के बाद बाथरूम नहीं जाना होता है। इन दिनों वे हल्का खाना खाते हैं और कम पानी पीते हैं। इसके पीछे यह मान्यता है कि ऐसा करने से उनका विवाहित जीवन सुखी रहता है और ज्यादा स्वस्थ बच्चे पैदा होते हैं।
सूडान में एक महिला को जब दो बच्चे पैदा हो जाते हैं, तब जाकर उसकी शादी वैध मानी जाती है। अगर वह दो बच्चे पैदा करने में नाकाम रहती है तो उसका पति उसे तलाक दे सकता है।
रोमानिया में शादी से पहले दूल्हे को दुल्हन का अपहरण करना होता है। अगर वह लड़की को उसके परिवार के लोगों से दो दिनों तक छिपाकर रखने में कामयाब हो जाता है तो लड़की से उसकी शादी हो जाती है। ऐसा करने में नाकाम रहने पर लड़के की शादी उस लड़की से नहीं होगी।