संजय कुमार भारती
सोनभद्र। साफ-सफाई बेहतर तन्दुरूस्ती का आधार है, लिहाजा जिले के सभी गांवों को ‘‘खुले में शौचमुक्त/ओडीएफ‘‘ कराये बिना स्वस्थ्य समाज की स्थापना नहीं की जा सकती। खुले में शौच करना एक अभिशाप है, इस कलंक को मिटाने के लिए सभी को आगे आना होगा, लिहाजा आज के दिन 221 गांवों को ओडीएफ कराने वाले ग्राम प्रधानों के साथ ही ओडीएफ निगरानी टीम के मेम्बर तारीफ के हकदार हैं, इनका सम्मान करते हुए खुद को भी सम्मानित होने की अनुभूति हो रही है। जिले को शौचमुक्त कराने का आदेश सरकार का है, जो नागरिक जानबूझकर खुले में शौच करेगा और जो निगरानी समिति के पदाधिकारियों के मना करने के बाद भी जबरन बाहर शौच करेगा, उन्हें जेल जाना ही पड़ेगा उक्त बातें जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जिले के 221 गांव को एक साथ ओडीएफ होने पर आयोजित सम्मान समारोह में कहीं।
जिलाधिकारी ने ओडीएफ सम्मान समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन करके किया। उन्होंने जिले के एक साथ 221 गांवों को खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ होने पर ग्राम प्रधानों के साथ ही निगरानी टीम की हौसला अफजाई की।जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के मुख्य विकास अधिकारी रामाश्रय व जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के भारती की टीम इस अनोखी उपलब्धि के लिए तारीफ के हकदार हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले के कुल 149 ग्राम पंचायते खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ थी और 28 दिसम्बर, 2017 के दिन एक साथ 221 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ होने से अब जिले के कुल 370 गांव खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ हो चुके हैं जिलाधिकारी ने खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ जागरूकता सम्मान समारोह में जिले के सभी ग्राम प्रधानों का आह्वान किया कि वे बाकी बची ग्राम पंचायतों को भी खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ कराने में दिलचस्पी लें।खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ कराने वाले प्रधानों के सम्मान समारोह को जिलाधिकारी श्री उपाध्याय के अलावा पुलिस अधीक्षक आर0पी0 सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के0 भारती, एडीओ (पंचायत) घोरावल रामउदय यादव जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल, खण्ड विकास अधिकारी राबर्ट्सगंज प्रदीप पाण्डेय, प्रधानगण सहित अन्य सम्बन्धितों ने सम्बोधित किया।इस मौके पर मीडिया के पदाधिकारियों के साथ ही सूचना विभाग के नेसार अहमद, डीपीसी किरन सिंह, अनिल केशरी, अजय सिंह सहित हजारों की संख्या में निगरानी समिति की सदस्यगण आदि लोग मौजूद रहें।
सोनभद्र। साफ-सफाई बेहतर तन्दुरूस्ती का आधार है, लिहाजा जिले के सभी गांवों को ‘‘खुले में शौचमुक्त/ओडीएफ‘‘ कराये बिना स्वस्थ्य समाज की स्थापना नहीं की जा सकती। खुले में शौच करना एक अभिशाप है, इस कलंक को मिटाने के लिए सभी को आगे आना होगा, लिहाजा आज के दिन 221 गांवों को ओडीएफ कराने वाले ग्राम प्रधानों के साथ ही ओडीएफ निगरानी टीम के मेम्बर तारीफ के हकदार हैं, इनका सम्मान करते हुए खुद को भी सम्मानित होने की अनुभूति हो रही है। जिले को शौचमुक्त कराने का आदेश सरकार का है, जो नागरिक जानबूझकर खुले में शौच करेगा और जो निगरानी समिति के पदाधिकारियों के मना करने के बाद भी जबरन बाहर शौच करेगा, उन्हें जेल जाना ही पड़ेगा उक्त बातें जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जिले के 221 गांव को एक साथ ओडीएफ होने पर आयोजित सम्मान समारोह में कहीं।
जिलाधिकारी ने ओडीएफ सम्मान समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन करके किया। उन्होंने जिले के एक साथ 221 गांवों को खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ होने पर ग्राम प्रधानों के साथ ही निगरानी टीम की हौसला अफजाई की।जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के मुख्य विकास अधिकारी रामाश्रय व जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के भारती की टीम इस अनोखी उपलब्धि के लिए तारीफ के हकदार हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले के कुल 149 ग्राम पंचायते खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ थी और 28 दिसम्बर, 2017 के दिन एक साथ 221 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ होने से अब जिले के कुल 370 गांव खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ हो चुके हैं जिलाधिकारी ने खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ जागरूकता सम्मान समारोह में जिले के सभी ग्राम प्रधानों का आह्वान किया कि वे बाकी बची ग्राम पंचायतों को भी खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ कराने में दिलचस्पी लें।खुले में शौच मुक्त/ओडीएफ कराने वाले प्रधानों के सम्मान समारोह को जिलाधिकारी श्री उपाध्याय के अलावा पुलिस अधीक्षक आर0पी0 सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी आर0के0 भारती, एडीओ (पंचायत) घोरावल रामउदय यादव जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल, खण्ड विकास अधिकारी राबर्ट्सगंज प्रदीप पाण्डेय, प्रधानगण सहित अन्य सम्बन्धितों ने सम्बोधित किया।इस मौके पर मीडिया के पदाधिकारियों के साथ ही सूचना विभाग के नेसार अहमद, डीपीसी किरन सिंह, अनिल केशरी, अजय सिंह सहित हजारों की संख्या में निगरानी समिति की सदस्यगण आदि लोग मौजूद रहें।