उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एडवोकेट धीरज पांडेय ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव पूरे देश मे मनाया जा रहा 13 अगस्त से 15 अगस्त तक मा. प्रधानमंत्री जी के आह्वाहन पर समूर्ण देशवासियों ने हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाया परंतु बड़े दुर्भाग्य के साथ बताना पड़ रहा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में हमारे देश के भावी भविष्य के बच्चों को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जो किताब पढ़ाया जा रहा है उसमें देश का राष्ट्रगान अधूरा है जो राष्ट्रद्रोह के श्रेणी में आता है सत्र 2022 - 23 के लिए जो किताब पढ़ाई जा रही उसमें *उत्कल बंग* शब्द को गायब कर दिया गया है तो हम इस तथाकथित राष्ट्रवादी सरकार से यह पूछना चाहते हैं की क्या बंगाल हमारे राष्ट्र का अभिन्न अंग नही है या फिर लाख प्रचार प्रसार अफवाह झूठ के बाद भी भारतीय जनता पार्टी बंगाल में चुनाव हार गई तो क्या कही न कही साजिश के तहत इस तरह की टीस नही निकाली जा रही अगर ऐसा है तो यह राष्ट्रगान का अपमान राष्ट्रद्रोह है ऐसा कृत्य करने वालों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही होना चाहिए अन्यथा भारतीय युवा कांग्रेस आंदोलन को बाध्य होगी सवाल उठाने पर बेसिक शिक्षा विभाग इसे प्रिंटिंग में गड़बड़ी मान कर पल्ला झाड़ रहा अगर किसी अन्य प्रदेश में अन्य दल की सरकार होती तो भारतीय जनता पार्टी इसे मुद्दा बनाकर हो हल्ला मचाते हुए उस सरकार को उस दल को राष्ट्रविरोधी साबित करने का बिल्कुल भी कोर कसर न छोड़ते लेकिन हम कांग्रेस के लोगो के लिए यह राजनीति का विषय नहीं बल्कि राष्ट्रगान के अपमान का विषय है अगर भाजपा सरकार की मन्सा सही है तो इसकी जांच करा कर कार्यवाही कराया जाए क्यों किताब छप भी गया स्कूलों में बट भी गया बच्चे पढ़ने भी लगे इतनी बड़ी लापरवाही बस लिपकीय त्रुटि नहीं मानी जा सकती अगर यह छपाई की भी भूल है तो इस कार्य मे लगे लोग नशे के शिकार थे क्या जो इतनी बड़ी गलती उन्हें नही दिखा आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन है इसकी पुष्टि के साथ उसपर कार्यवाही होना चाहिए क्यों कि यह देश के भावी भविष्य के छात्रों के साथ खिलवाड़ के साथ साथ राष्ट्रगान का अपमान है राष्ट्रद्रोह है जिसे भारतीय युवा कांग्रेस कत्तई बर्दास्त नहीं करेगा अगर कार्यवाही नही होती है तो कानूनी लड़ाई के साथ साथ सड़क पर उतर कर आंदोलन को बाध्य होंगे अन्यथा दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाने की हम मांग करते हैं।।

