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8 August 2021

स्वतंत्रता दिवस से पहले केंद्र का बड़ा फैसला, अब से प्लास्टिक के तिरंगे का उपयोग नहीं होगा!




 नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस से पहले तिरंगे को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल केंद्र सरकार ने प्लास्टिक के तिरंगे पर रोक लगा दी है। स्वतंत्रता दिवस से पहले केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्लास्टिक से बने छोटे राष्ट्रीय झंडों का उपयोग नहीं किया जाए।



प्लास्टिक से बने इन तिरंगो का इस्तेमाल अक्सर स्कूलों में या फिर सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के मौके और गाड़ियों में किया जाता है। अगले दिन उसका स्थान या तो सड़क के किनारे या कूड़ेदान में होता है। लेकिन प्लास्टिक से बना होने के कारण यह आसानी से नष्ट नहीं होता, सीवर में फंस जाता है और बड़ी समस्या पैदा कर देता है। इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र की ओर से नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।


केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज लोगों के लिए आशा और आकांक्षा का प्रतीक है। इसलिए इसे सर्वोच्च सम्मान दिया जाना चाहिए। यद्यपि हर कोई राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करता है, लेकिन राष्ट्रीय ध्वज को ले जाने या प्रदर्शित करने के बारे में आम जनता में जागरूकता की कमी है। कागज के बने राष्ट्रीय ध्वज के स्थान पर किसी भी महत्वपूर्ण अवसर के लिए प्लास्टिक के झंडों का उपयोग किया जा रहा है। लेकिन चूंकि प्लास्टिक कागज की तरह आसानी से खराब नहीं होता है, इसलिए यह कई समस्याएं पैदा करता है।



केंद्र ने प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को स्वतंत्रता दिवस और अन्य सांस्कृतिक या खेल अवसरों पर "भारत के ध्वज संहिता, 2002" के अनुसार कागज के राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग करने का निर्देश दिया है। राज्यों को यह सुनिश्चित करने का भी काम सौंपा गया है कि समारोह के अंत में झंडा गिराया या फाड़ा नहीं जाए।

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