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8 August 2021

'त्रिपुरा की घटना बस एक नाटक' बोले- दिलीप घोष

 


अगरतला: त्रिपुरा में तृणमूल नेताओं पर हुए हमले के बाद राजनीति गरमा गई है। बीते कल तृणमूल नेताओं पर हमला किया गया। तृणमूल नेता सुदीप रहार के सिर में ईंट से वार किया गया। देबांग्शु भट्टाचार्य और जया दत्ता पर भी हमला किया गया था। आज सुबह इन नेताओं को महामारी कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सबके लिए भाजपा पर आरोप लगाए गए हैं। अभिषेक बनर्जी, कुणाल घोष, ब्रात्य बसु और डोला सेन खबर पाकर त्रिपुरा जा रहे हैं। हालांकि, बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस पूरी घटना को 'ड्रामा' करार दिया है।


दिलीप घोष ने कहा, 'उन्होंने असम में पहले भी कई नाटक किए हैं। एक भी पंचायत नहीं जीत सकी। दिलीप घोष का दावा है कि तृणमूल त्रिपुरा में राजनीतिक प्रभाव नहीं डाल पाएगी। मुझे नहीं लगता कि टीएमसी इस तरह से लड़कर वहां संगठित हो पाएंगे।उन्होंने कहा, 'दीदी खेलती हैं, भाई ज्यादा खेलते हैं।' अन्य भाजपा नेताओं की तरह, दिलीप घोष ने कहा कि हिंसा की राजनीति टीएमसी त्रिपुरा ले जा रही है। दिलीप घोष ने कहा है कि पूरा आरोप एक 'सुलझी हुई घटना' है। कल राज्य के एक अन्य भाजपा नेता जॉय प्रकाश मजूमदार ने भी दावा किया कि त्रिपुरा में कोई राजनीतिक अशांति नहीं है। टीएमसी अशांति का माहौल बना रही है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार टीएमसी नेताओं को सुबह महामारी कानून के तहत गिरफ्तार किया गया। सुदीप राहा, जया दत्त और देबांग्शु भट्टाचार्य सहित ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का टीएमसी नेतृत्व ने कड़ा विरोध किया है। अभिषेक बनर्जी आज त्रिपुरा में पत्रकारों से मुखातिब होंगे। उधर कुणाल घोष ने कहा, 'त्रिपुरा में हालात बेहद खराब हैं। हमारे कई पार्टी कार्यालय ध्वस्त कर दिए गए हैं, फ्लेक्स बैनर गिरा दिए गए हैं। हमें उन होटलों में धमकी दी गई है, जहां हम ठहरे हुए हैं, ताकि हमें होटलों में रुकने न दिया जाए। तृणमूल नेतृत्व का दावा है कि बीजेपी डर के मारे इस तरह से बाधा डाल रही है।

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