विंध्याचल - निशांत द्विवेदी -
विन्ध पर्वत पर विराजमान आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी के दरबार में आम दिनों में लगने वाली भीड़ लाक डाउन में नदारद है। मंदिर का कपाट जन सुरक्षा के लिए पहले ही बंद कर दिया गया था। मंदिर पर सेवा और पूजन दान से जीविकोपार्जन करने वाले गरीबों की हालत दो माह में ही डांवाडोल हो गई है। भिक्षा के सहारे जीने वाले भिक्षुक खाने को मोहताज बन गये हैं। सफाई, नाई और माली की भी दशा दयनीय है। बदहाल लोगों की व्यथा को देखते हुए मर्माहत समाज के अध्यक्ष और मंत्री ने भरसक सहयोग किया। लाक डाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई हैं ।