यूपी का सबसे बड़ा सियासी परिवार अभी सदमें से गुजर रहा है,,, अपने मुखिया मुलायम सिंह की मौत से परिवार के साथ
- साथ पूरा सपा परिवार ही टूट गया है,,,
ऐसे में अन्य
सियासी पार्टियां अपनी-अपनी रोटिंया सेंकने में लगे हैं... 2024 लोकसभा चुनाव को महज कुछ ही महीने बचे हैं ऐसे
में सभी पार्टियों ने कमर कस ली है... मतदाताओं को रिझाने के लिए रैलियों का दौर
सा चल पड़ा है... अगर बात करें यूपी की तो यहां भी वोटरों में अपनी पकड़ को मजबूत
करने के लिए हर रोज नए परिवर्तन देखे जा रहे हैं...
सपा सदमें में से गुजर रही है,,,
तो वहीं यूपी के
कद्दावर नेता इमरान मसूद ने सपा का साथ छोड़कर बसपा का दामन थाम लिये है। आपको बता
दें कि, नौ महिने पहले जनवरी में विधानसभा चुनाव की घोषणा
होते ही मसूद कांग्रेस छोड़ कर सपा में शामिल हो गए थें। मसूद बेहट और देहात सीट
से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे,
लेकिन सपा
अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें कोई तवज्जों नहीं दी,
जिसके बाद मसूद
विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सके। एमएलसी चुनाव में भी सपा से निराशा हाथ लगी। पिछले
कुछ दिनों से वह मेयर के चुनाव की तैयारी में लगे हैं। अपनी राजनैतिक
महत्वाकांक्षा पूरा न होते देख मशूद ने पार्टी को अलविदा कह दिये,,, और साइकिल छोड़ हाथी की सवारी करने चले गएं... इमरान
ने बसपा का दामन थामते ही दावा किया कि यूपी में अगर बीजेपी को कोई टक्कर दे सकता
है तो वो बहन जी हैं... सीट आरक्षण की मानें तो इमरान अपने परिजनों को मेयर का
चुनाव जरुर लड़ाएंगे। अब ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा की बसपा से उन्हें टिकट
मिलता है या फिर निराशा ही हाथ लगती है...
.png)