नई दिल्ली: जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में बीते कल यानी कि गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। सीएम योगी के साथ यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल भी शाह की बैठक में पहुंचे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 3 घंटे तक चली इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि आगामी चुनाव में उम्मीदवार कौन होगा, साथ ही कैबिनेट और पार्टी संगठन के विस्तार पर भी चर्चा हुई।
चुनाव से पहले सांसदों और विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लगाए गए आरोपों पर भी चर्चा हुई। पिछले साल पार्टी सूत्रों ने कहा था कि मुख्यमंत्री के खिलाफ गुस्से और अकेलेपन की नीति सामने आई थी। कोरोना संक्रमण के चलते भी पार्टी की छवि धूमिल हुई है। चुनाव से पहले उस पुराने गौरव को वापस लाने के लिए गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने बैठक की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के बीच दूरियां बढ़ीं। उन्होंने आदित्यनाथ को जन्मदिन की बधाई तक नहीं दी। बाद में, हालांकि, पार्टी ने सूचित किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ को फोन करके बधाई दी थी। हालांकि बाद में कई शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में पता चला कि दूरियां काफी कम हो गई हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के चुनाव का खास महत्व है। इसलिए एक साल पहले ही सारी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
