गुप्त नवरात्रे तृतीय दिवस
माता भुवनेश्वरी का नाम लेकर घर से 2 पूजन वाली सुपारी,एक चांदी का या अपना एक रु का सिक्का, जल, घी का दीप, पूजन का समान ,गुड़ ले जाकर किसी भी माता के मंदिर में दोनो गोल सुपारी को रख कर उसके सामने सिक्का रख कर पूजन करे जो पूजन का समान आप ले कर गए है वह सभी वस्तु से घी का दीप लगाये गुड़ का भोग लगाए माता भुवनेश्वरी का नाम लेकर पूजन करे फिर वापिस जब आये दोनो गोल सुपारी की जो पूजन करी है उसे किसी पेड़ के नीचे डाल दे कलश का थोड़ा जल भी वही डाल दे और सिक्के को भुवनेश्वरी माता का नाम ले कर घर आये व्यापार वाली जगह पर अष्टमी तिथि को रख दें
माता भुवनेश्वरी का नाम लेकर घर से 2 पूजन वाली सुपारी,एक चांदी का या अपना एक रु का सिक्का, जल, घी का दीप, पूजन का समान ,गुड़ ले जाकर किसी भी माता के मंदिर में दोनो गोल सुपारी को रख कर उसके सामने सिक्का रख कर पूजन करे जो पूजन का समान आप ले कर गए है वह सभी वस्तु से घी का दीप लगाये गुड़ का भोग लगाए माता भुवनेश्वरी का नाम लेकर पूजन करे फिर वापिस जब आये दोनो गोल सुपारी की जो पूजन करी है उसे किसी पेड़ के नीचे डाल दे कलश का थोड़ा जल भी वही डाल दे और सिक्के को भुवनेश्वरी माता का नाम ले कर घर आये व्यापार वाली जगह पर अष्टमी तिथि को रख दें