मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को आत्महत्या कर ली. उनका शव मुंबई के बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला. महज 34 साल की उम्र में उनकी आत्महत्या की खबर किसी भयावह सपने की तरह मालूम हो रही है. कोई भी उनके द्वारा उठाए इस कदम पर भरोसा नहीं कर पा रहा है. जहां एक तरफ फैंस अपने सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड से जुड़े सेलेब्रिटीज सोशल मीडिया के जरिए अपना दुख जाहिर कर रहे हैं लेकिन इस बीच एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जबरदस्त सुर्खियों में आ गई हैं. वो अपने एक पोस्ट की वजह से सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गई हैं.दरअसल, हुआ कुछ ऐसा कि दीपिका पादुकोण ने सुशांत के निधन के बाद इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की. इस पोस्ट में सुशांत के लिए ना तो कोई श्रद्धांजलि थी और ना ही उनका नाम. दीपिका का ये पोस्ट मेंटल हेल्थ को लेकर था. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- 'एक ऐसे इंसान के तौर पर जिसने मेंटल इलनेस जैसी परेशानी को खुद झेला है, मैं लोगों तक पहुंचने की बात पर जितना जोर डालूं उतना कम है. बात करें, संवाद करें, जाहिर करें और मदद मांगें. याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं, हम सब इसमें आपके साथ हैं और सबसे जरूरी ये बात याद रखनी है कि उम्मीद बाकी है.'
मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को आत्महत्या कर ली. उनका शव मुंबई के बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला. महज 34 साल की उम्र में उनकी आत्महत्या की खबर किसी भयावह सपने की तरह मालूम हो रही है. कोई भी उनके द्वारा उठाए इस कदम पर भरोसा नहीं कर पा रहा है. जहां एक तरफ फैंस अपने सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड से जुड़े सेलेब्रिटीज सोशल मीडिया के जरिए अपना दुख जाहिर कर रहे हैं लेकिन इस बीच एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जबरदस्त सुर्खियों में आ गई हैं. वो अपने एक पोस्ट की वजह से सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गई हैं.दरअसल, हुआ कुछ ऐसा कि दीपिका पादुकोण ने सुशांत के निधन के बाद इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की. इस पोस्ट में सुशांत के लिए ना तो कोई श्रद्धांजलि थी और ना ही उनका नाम. दीपिका का ये पोस्ट मेंटल हेल्थ को लेकर था. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- 'एक ऐसे इंसान के तौर पर जिसने मेंटल इलनेस जैसी परेशानी को खुद झेला है, मैं लोगों तक पहुंचने की बात पर जितना जोर डालूं उतना कम है. बात करें, संवाद करें, जाहिर करें और मदद मांगें. याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं, हम सब इसमें आपके साथ हैं और सबसे जरूरी ये बात याद रखनी है कि उम्मीद बाकी है.'