अगले साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव है.
समय नजदीक है जिसके चलते विपक्ष में बैठी बीजेपी सक्रिय होने लगी है. भूपेश बघेल को
सत्ता से हटाना आसान नहीं होगा. बीजेपी नहीं चाहती है कि उसके हिंदूत्व और राम के एजेंडे
को कोई और पार्टी भुनाए. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पर आरोप लगा रहा है कि उसने
भारतीय जनता पार्टी के चुनावी मुद्दों को चुरा लिया है. बीजेपी का आरोप है कि
कांग्रेस प्रदेश में कुछ विकास नहीं कर पायी है. अब जब अगले साल चुनाव है तो वो
राम के नाम पर चुनाव जीतना चाहती है.
वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए
कहा कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी असुरक्षित महसूस कर रही है. बीजेपी सत्ता
पाने के लिए वयाकुल है और उसे पता है कि छत्तीसगढ़ में उसकी सियासी जमीन खिसक गयी
है. अब दोनों तरफ़ से बयानबाज़ी तेज हो गई है.
बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में
बुरी तरह से हार गई थी. जिसके बाद से ही प्रदेश के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने
लगा था. केंद्र से कई बार संकेत मिलने लगे थे कि पार्टी में बड़े स्तर पर फेरबदल किया
जाएगा. अक्तूबर में बीजेपी ने अपने संगठन में फेरबदल करते हुए
प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के नेता प्रतिपक्ष को बदल दिया था. इसके अलावा पाँच
जिलों के अध्यक्षों को भी बदला गया है.
कांग्रेस का दावा है कि जिस तरह किसानों और आदिवासियों के लिए भूपेश बघेल सरकार ने काम किया है, उससे बीजेपी बौखलायी हुयी है. इसलिए आरोप लगा रही है. कांग्रेस का कहना है कि जिस तरह भूपेश सरकार ने गोबर खरीदने की योजना चलाकर किसानों को फायदा पहुंचाया है. जिससे किसान पैसा अर्जन के साथ ही गायों की भी संरक्षण कर रहे है. उसी आधार पर राम पथ गमन योजना पर काम कर रही है. जो विपक्ष में बैठी बीजेपी को अपच हो रहा है. सरकार का दावा है कि गौ-मूत्र बेचकर सरकार ने 10 लाख रूपया कमाया है. साथ ही गोबर से खाद बनाकर भी बहुत फायदा हुआ है और सारा पैसा किसानों में बांटा जाएगा.
क्या है राम गमन पथ योजना
सरकार ने योजना बनायी है कि जिस रास्ते से राम सीता और लक्ष्मण गुजरे थे और पराव डाला था, उन जगहों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. जिसे राम गमन पथ योजना कहा गया है. प्रदेश में यह योजना काफी चर्चा में है. क्योकि अगले साल चुनाव है और ऐसे सरकार की ऐसी कोई योजना जिसमें राम का नाम जुड़ा हो, तो चर्चा होनी ही थी. इस योजना को लेकर भाजपा का आरोप है कि भूपेश राम के नाम पर फिर से सत्ता पाना चाहती है. और सॉफ्ट हिंदूत्व को चुनाव जीतने के लिए अपना रही है.
राहुल झा
(प्रबंध संपादक, द फ्रंट न्यूज)

