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16 November 2022

मौनपुरी की लड़ाई बहू वनाम शिष्य पर आयी


Highlights  - मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव

BJP प्रत्याशी रघुराज शाक्य ने भरा नामांकन

नेताजी का आशीर्वाद मेरे साथ –शाक्य

खुद को बताया मुलायम का करीबी

मौनपुरी की लड़ाई बहू वनाम शिष्य पर आयी 



यूपी और बिहार का चुनाव अपने अलग ही फलेवर के लिए मशहूर है. यूपी में उप चुनाव है और प्रदेश के सबसे बड़े सियासी घराने की प्रतिष्ठा दाव पर है. मैनपुरी लोकसभा सीट जो समाजवादी पार्टी का पारंपरिक सीट रहा है. बीजेपी उसपर गिद्ध नजर डाले बैठी है. और सिर्फ बैठी ही नहीं है, साम दाम दंड भेद सब आजमाने में लगी है. सपा ने डिंपल यादव को मैदान में उतार दिया है. बीजेपी से पहले अपर्णा यादव के नाम की चर्चा थी लेकिन पार्टी ने रघुराज शाक्य को मैदान में उतार दिया है. शाक्य ने आज अपना नामांकन भरा है. और नेताजी वाला दांव खेलते हुए कहा है कि नेताजी का आशीर्वाद मेरे साथ, वो बड़े घराने के लोग हैं, मैं छोटा आदमी हूं. शाक्य सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे. मुलायम और शिवपाल के करीबी रहे हैं. शाक्य ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव हमारे राजनितिक गुरु हैं. हमें उनका भी आशीर्वाद मिलेगा. मैनपुरी में कमल खिलेगा, जनता का आशीर्वाद मिलेगा. हम एयर कंडीशन वाले नेता नहीं हैं. नेताजी मुलायम सिंह यादव का भी हमको आशीर्वाद मिला था, उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव तुमको खत्म करना चाहते हैं. कुल मिलाकर शाक्य ने अपना कार्ड खेल दिया है, कि अब मैनपुरी की लड़ाई बहू वनाम शिष्य होने जा रहा है. डिंपल यादव ने भी नामांकन भर कर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. एक तरफ बीजेपी किसी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहती है, तो दूसरी तरफ अखिलेश के लिए यह सीट बचाना पार्टी बचाने के बराबर माना जा रहा है. अगर सपा इस सीट को हार जाती है, तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका पूरा फायदा बीजेपी को मिलेगा. साथ ही गठबंधन में सपा कमजोर साबित होगी. और यही वजह है कि बीजेपी ने इस सीट को जीतने के लिए अपना सर्वस्व लगा दिया है. क्योकि सामने 2024 का लोकसभा चुनाव है. ब्यूरो रिपोर्ट द फ्रंट न्यूज


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