हाइलाइट्स :-
मोकामा में ज्वेलरी की दुकान में डकैती
पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ दिया लूट की घटना को अंजाम
उप चुनाव में दिग्गज नेताओं का लगा है तांता
पुलिस के दावों की एक बार फिर खुली पोल
बिहार में अपराध मानों आम बात हो गई है. शसन प्रशासन के लाचार नजर आने लगा है. अपराधियों में किसी का भय नहीं बचा है. बे-लगाम अपराधी रोज एक के बाद एक वारदात को अंजाम दे रहें हैं. मोकामा में विधानसभा उप चुनाव होना है. शासन प्रशासन चुस्त दुरूस्त होने का दावा कर रही थी. पुलिस के एक्टिव मोड पर होने के बाद भी एक ज्वेलरी की दुकान में डकैटी की घटना को अंजाम दे दिया जाता है. पुलिस 2 दिन पहले ही न्यूज पर दावा कर रही थी कि सुरक्षा की सारी तैयारियां चाक-चौवंद है. बेगुसराय और हाथीदा की सीमा को शील कर दिया गया. जगल-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा. इस सब के बाबजूद भी लूटेरों ने डकैटी की घटना को अंजाम दे दिया. तो पुलिस पर एक बड़ा सवाल खड़ा होने लगा है. भीषण डकैटी की घटना के बाद व्यपारियों में आक्रोश देखा जा रहा है. व्यपारियों जेपी चौक पर धरना प्रदर्शन कर जंग लगे प्रशासन के खिलाफ लामबंद हुए.
घटना के बाद प्रदेश के कानून मंत्री आनन फानन में पहुंचे और घटना पर खेद व्यक्त किया और पुलिस को जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने का आदेश दे दिया. मोकामा में चुनाव है, पुलिस प्रशासन रोज पहुंच रहे वीवीआईपी की सुरक्षा में सारी पुलिस लगा देती है, फिर इस तरह की घटना को आसानी से अंजाम दे दिया जाता. चुकि चुनाव है तो आनन फानन में कार्तिकेय सिंह पहुंचते हैं और व्यापारियों को आस्वासन की धूंट पिलाकर निकल लेते हैं.
जिस जिले में चुनाव हो,,, जहां वीवीआईपी नेताओं के आने –जाने का दौर चल रहा हो. वहां डकैती होना प्रशासन की व्यवस्थाओं का पोल खोल रहा है. पुलिस पर एक गंभीर सवाल उठा रहा है, कि आपके चक्रव्यूह को तोड़कर आखिर कैसे अपराधियों ने इस डकैटी को अंजाम दे दिया.
