
इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव की तिथि तो घोषित कर दी गई है पर लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप चुनाव कराना बड़ी चुनौती होगी। अभी से छात्रनेताओं में होर्डिग वार व वाहन वार शुरू हो गया है। एक माह पूर्व से ही छात्रनेताओं के बैनर और पोस्टर शहर के प्रमुख चौराहों, कैंपस के आसपास व दीवारों पर लगा दिए गए हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्रसंघ चुनाव हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहा है। अब छात्रसंघ चुनाव में राजनीतिक दखल, धनबल-बाहुबल किसी से छिपा नहीं रह गया है। राजनीतिक दखल के कारण चुनाव में मारपीट-गैंगवार का भी खतरा रहता है। चुनाव के लिए कई छात्रनेताओं पर कोचिंग व शिक्षण संस्थानों, व्यापारियों से वसूली की भी शिकायतें आम हैं। ऐसे में शांतिपूर्ण छात्रसंघ चुनाव कराना विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।महाविद्यालयों में भी एक साथ होंगे छात्रसंघ चुनाव
इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय व उससे संबद्ध संघटक कॉलेजों चौधरी महादेव प्रसाद, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज व इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव की प्रक्रिया भी 23 सितंबर से शुरू होगी।
इलाहाबाद : छात्रसंघ चुनाव को लेकर मंगलवार को हुई बैठक में अधिकारियों ने मंथन किया। चुनाव अधिकारी प्रो. आरके उपाध्याय ने कहा कि चुनाव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग व लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप कराई जाएगी। चुनाव में धनबल व बाहुबल नहीं चलेगा। उधर, चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे ने बताया कि सभी विभागाध्यक्षों व डीन से छात्रों की संख्या देने को पत्र लिखा गया है। छात्रों का रिकॉर्ड मिलने के बाद परिचय पत्र व मतदाता सूची तैयार करने का काम शुरू किया जाएगा। बैठक में चुनाव अधिकारी प्रो. आरके उपाध्याय, चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे, डीन विद्यार्थी कल्याण प्रो. हर्ष कुमार, एडीएम सिटी एके कनौजिया, एसटी सिटी बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सीओ आलोक मिश्रा उपस्थित रहे। ------------------
पिछले साल 14 अक्टूबर को हुए थे चुनाव
विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले वर्ष यानि 2017 में छात्रसंघ चुनाव भी अक्टूबर में कराया था। चुनाव के लिए आवेदन पत्रों की बिक्री चार व पाच अक्टूबर व नामाकन की तिथि छह अक्टूबर को रखी गई थी। मतदान व मतगणना 14 अक्टूबर को कराई गई थी। इसी दिन विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की गई थी।