क्या आपको याद है कि भारत के इतिहास में किसी भी निर्माण के उदघाटन के शिलापट्ट में उस निर्माण में अपना पसीना बहाने वाले मजदूरों के नाम कभी दिए गए हैं ? शायद नहीं। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को यह श्रेय जाता है कि उसने श्रम को सम्मान देते हुए एक फुटओवर ब्रिज के शिलापट्ट पर उसके निर्माण में योगदान देने वाले मजदूरों के न सिर्फ नाम दिए, बल्कि उनके नाम उदघाटन करने वाले मंत्री के नाम के ऊपर दर्ज़ कराए। 'आप' सरकार से तमाम असहमतियों के बावज़ूद एक सलाम तो बनता है।
क्या आपको याद है कि भारत के इतिहास में किसी भी निर्माण के उदघाटन के शिलापट्ट में उस निर्माण में अपना पसीना बहाने वाले मजदूरों के नाम कभी दिए गए हैं ? शायद नहीं। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को यह श्रेय जाता है कि उसने श्रम को सम्मान देते हुए एक फुटओवर ब्रिज के शिलापट्ट पर उसके निर्माण में योगदान देने वाले मजदूरों के न सिर्फ नाम दिए, बल्कि उनके नाम उदघाटन करने वाले मंत्री के नाम के ऊपर दर्ज़ कराए। 'आप' सरकार से तमाम असहमतियों के बावज़ूद एक सलाम तो बनता है।
