नई दिल्ली
एम्स में पिछले पांच महीने से कथित रूप से फर्जी तरीके से 19 साल का एक शख्स डॉक्टर बनकर रह रहा था। करीब 2 हजार डॉक्टरों वाले एम्स में उसे फर्जी होने का खुलासा होने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार कर लिया। डॉक्टरों का कहना है कि वह हमेशा डॉक्टरी कोट और स्टेथेस्कोप गले पर टांगे परिसर में टहलता दिखता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अदनान खुर्रम डॉक्टरों के कार्यक्रमों में भाग लेता था और आसानी से उनके साथ घुलमिल जाता था। खुर्रम को एक मैराथन के दौरान पकड़ा गया जब कुछ डॉक्टरों को उस पर संदेह हुआ और उन्होंने उससे सवाल पूछे। वह डॉक्टरों के सवालों के जवाब नहीं दे सका। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे दवाओं की भी अच्छी-खासी जानकारी हो गई थी।
पुलिस ने कहा कि उन्हें संदेह है कि खुर्रम अपने किसी रिश्तेदार को एम्स की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर के रूप में रहता था। पुलिस का कहना है कि खुर्रम का कोई आपराधिक रेकॉर्ड नहीं है और वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।