
नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आरोपी आसाराम पर बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा। जोधपुर की एक अदालत जेल परिसर में ही फैसला सुनाएगी। अदालत एससी/एसटी की विशेष अदालत होगी जहां पीठासीन अधिकारी मधुसुदन शर्मा यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम और उसके चार अन्य साधकों के भविष्य का फैसला सुनाएंगे। केंद्र सरकार ने फैसले से पहले राजस्थान, गुजरात और हरियाणा से अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को तीनों राज्यों को भेजी एडवायजरी में कहा कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि फैसले के बाद कोई हिंसा नहीं फैले। जोधपुर में भी सुरक्षा बलों का सख्त पहरा है। इलाके में धारा 144 लागू है। इन तीन राज्यों में ही सबसे ज्यादा संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं।